आप सरकार के कार्यकाल में निकल रहा है कानून व्यवस्था का जनाजा
- शहर में बढ़ती वारदातों के कारण जनता में है भय का माहौल – संदीप जाखड़
अबोहर। स्थानीय अरोडवंश धर्मशाला और सरकारी सी. सै. स्कूल के सामने स्थित शहर का हृदयस्थल माने जाने वाले नेहरू पार्क में एक दर्जन युवकों द्वारा सरेआम तलवारें लहराने और मना करने पर नगर निगम के कर्मचारी जसविन्द्र सिंह को घायल करने की वारदात पर विधायक संदीप जाखड़ ने रोष व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि हर संगीन वारदात के बाद सरकार यह दावा करती आ रही है कि पूरे पंजाब में असमाजिक तत्वों, नशेडियों व नाजायज शराब बेचने वालों के विरूद्ध शिकंजा कसा जा रहा है लेकिन जिस पार्क के बाहर स्थाई रूप से पीसीआर की नियुक्ति की गई हो और हर रोज इसके कोने में बने अग्रसैन चौक में नाका लगाकर वाहनों के चालान काटे जाते हैं वहां दिन दिहाडे तलवारबाजी की घटना के कारण जो आतंक सैर कर रहे व बाहर खडे लोगों में फैला उससे पुलिस प्रशासन के तमाम दावे ओंधे मुंह आ गिरे हैं।
विधायक ने कहा कि लोगों द्वारा कई बार यह मामला प्रमुखता से उठाया जाता है कि पार्कों में नशेडियों और जुआरियों का दिन भर जमावडा लगा रहता है और कथित रूप से नशे की पुडिय़ों का खुलेआम लेन देन होता है लेकिन पुलिस प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है। पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिये आम आदमी पार्टी की सरकार लोगों के सहयोग का आहवान करती है, लेकिन लोग तो पार्कों में भी सुरक्षित महसूस नहीं करते। नेहरू पार्क के बाहर से मोटरसाईकल चुराये जाने और इसके दोनों और मोबाईल फोन छीनने की अनेक वारदातें हो चुकी हैं लेकिन प्रशासन ने इनसे कोई सबक नहीं सीखा। गैंगस्टरों के विरूद्ध निर्णायक अभियान चलाने की आवश्यकता के साथ साथ इस बात को भी महसूस किया जाना चाहिये कि जिस आम आदमी से सत्तारूढ पार्टी ने लुभावने वायदे किये थे उसे भी रोजमर्रा की वारदातों से बचाना परम आवश्यक है। उन्होने मांग की कि पीसीआर प्रणाली को मजबूत किया जाये और पार्कों में सुरक्षा का माहौल बहाल किया जाये।